कुप्रबंधन के कारण अघोषित बिजली कटौती से राजस्थान के शहर और गांव हो रहे हैं बेहाल
30-Aug-2021 01:15 PM 7497
जयपुर। राजस्‍थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर बिजली कटौती को लेकर कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती है। गांवों में ही नहीं बिजली कटौती से शहरों में भी लोग परेशान हैं। वसुंधरा राजे ने कहा कि सबसे बड़ा सूरतगढ़ सुपर थर्मल पॉवर प्लांट ठप हो गया है। वहां कोल रैक नहीं मिलने के कारण 250-250 मेगावाट की सभी 6 इकाइयां बंद हो गई हैं। राजे ने कहा कि गहलोत सरकार की उदासीनता की वजह से कई बिजली घर बंद हैं और कई बंद होने की स्थिति में हैं। प्रदेश में विद्युत संकट पैदा हो गया है। पूर्व मुख्‍यमंत्री राजे ने अपने बयान में कहा कि राज्य सरकार कोयले का भुगतान नहीं कर रही, इसलिए कोयला मिलना बंद हो गया। इससे बिजली उत्पादन खासा प्रभावित हुआ है। जबकि हमारे समय में कोयले का समय पर भुगतान होता था, इसलिए कोयले की कमी नहीं रहती थी। बिजली के उत्पादन में भी बाधा नहीं आती थी। आज हालत ये हैं कि अब न आम उपभोक्ता को पर्याप्त बिजली मिल रही और न ही किसानों और इंडस्ट्री को। उन्होंने कहा कि बिजली का स्थाई शुल्क और एनर्जी चार्ज बढ़ा कर इस सरकार ने उपभोक्ताओं पर भार तो डाल दिया गया। वहीं, उपभोक्ताओं को वास्तविक रीडिंग की बजाय एवरेज बिल दिये जा रहे हैं। उपभोक्ता पहले से ज्‍यादा भुगतान कर रहा है, लेकिन उसे बिजली पहले के मुकाबले बहुत कम मिल रही है। जबकि हमारे समय में तकनीकी खराबी को छोड़ कर शहरों में ही नहीं गांवों में भी करीब 24 घंटे बिजली मिलती थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार से मांग की है कि बिजली नागरिकों की मूलभूत सुविधा है, इसलिए पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाई जाये। बता दें कि इन दिनों राज्‍य की पूर्व वसुंधरा राजे लगातार अशोक गहलोत सरकार पर हमला कर रही हैं। Rajasthan..///..due-to-mismanagement-the-cities-and-villages-of-rajasthan-are-suffering-due-to-unannounced-power-cuts-314237
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