शिक्षा बदलाव का सबसे प्रभावी, मजबूत एवं कारगर साधन-धनखड़
17-Jan-2024 11:35 PM 5896
जयपुर, 17 जनवरी (संवाददाता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शिक्षा को बदलाव का सबसे प्रभावी, मजबूत एवं कारगर साधन बताते हुए कहा है कि ज्ञान की शक्ति से ही आज भारत दुनिया की पांचवी आर्थिक महाशक्ति है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले दो-तीन वर्ष में ही तीसरी आर्थिक महाशक्ति बन जाएगा। श्री धनखड़ ने बुधवार को टोंक जिले के निवाई कस्बे में स्थित वनस्थली विद्यापीठ के 40वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। वे फौज में जा रही है, फाइटर प्लेन उड़ा रही है, चंद्रयान-3 की सफलता के पीछे महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने छात्राओं से कहा कि आपको असफलताओं से डरना नहीं है। अगर आप असफलता से डरते है, तो सफलता का रास्ता बंद हो जाता है। उन्होंने कहा " इस टेक्नोलॉजी के युग में हमें अपने परिजनों, बुजुर्गों को नहीं भूलना चाहिए, उन्होंने आपके लिए बहुत कष्ट सहे है, इसलिए आपका यह दायित्व है कि उनका सहारा बनें और समय दें। समय उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है। भारत को वर्ष 2047 में दुनिया का सबसे विकसित देश बनाने का भार युवा पीढ़ी के कंधों पर है। आज भारत क्वांटुम कंम्प्यूटिंग, ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। देश में रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे एवं सड़कों की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव आया है।" श्री धनखड़ ने कहा " विश्व में महिलाओं की सबसे बड़ी आवासीय शिक्षण संस्था के 40वें दीक्षांत समारोह में भाग लेना मेंरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। मैं पंडित हीरालाल शास्त्री, रतन शास्त्री एवं उन सभी व्यक्तियों को जिन्होंने इस संस्था को बनाने एवं महानता तक पहुंचाने का कार्य किया उन सभी को साधुवाद देता हूॅ। उन्होंने कहा कि सादा जीवन उच्च विचार इस संस्था के मूल सिंद्धातों में है। छात्राओं का आचरण और यहां की व्यवस्था किसी गुरुकुल से कम नहीं है। वनस्थली विद्यापीठ के संस्थापक पंडित हीरालाल शास्त्री राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री एवं संविधान निमात्री सभा के सदस्य रहे है। यह गौरव की बात है। वनस्थली विद्यापीठ पिछले नौ दशकों से लाखों महिलाओं को सशक्त कर शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। मैं वनस्थली विद्यापीठ को विश्व पटल पर देखना चाहता हूॅ और मेरा विश्वास है कि यह नालंदा, तक्षशिला विश्वविद्यालय की तरह विश्व में अपना स्थान अर्जित करेंगी।" उन्होंने सरकार के महिला सशक्तिकरण, आर्थिक प्रगति एवं महिला विकास और उत्थान के लिए चलाई जा रही योजनाओं , बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, हर घर नल जल योजना आदि का उल्लेख किया। उपराष्ट्रपति ने वनस्थली विद्यापीठ में अध्ययनरत विभिन्न संकायों की चाढर हजार 635 छात्राओं को उपाधियां प्रदान की। जिनमें 233 दीक्षार्थियों को पीएचडी उपाधि एवं 119 छात्राओं को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया।...////...
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