05-Jun-2024 06:50 PM
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शिमला, 05 जून (संवाददाता) भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं सुंदरनगर से विधायक राकेश जम्वाल ने दावा किया है कि प्रत्येक विधानसभा चुनाव में कम से कम 10-12 करोड़ रुपये सरकारी खर्चा आता है अर्थात छह विधानसभा सीटों के उपचुनाव में कम से कम 60 करोड़ रुपये का बोझ हिमाचल के खजाने पर पड़ेगा।
श्री जम्वाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब से कांग्रेस पार्टी की सरकार सुखविन्दर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी है लगातार हिमाचल प्रदेश के खजाने पर फिजूल का बोझ डाल रही है जिसके कारण प्रदेश का धन बर्बाद हो रहा है और विकास बाधित हो रही है। तीन निर्दलीय विधायकों ने अपने पद से 22 मार्च, 2024 को इस्तीफा दिया और विधान सभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वे इस्तीफे को मंजूर करें। गत 22 मार्च से लेकर तीन जून तक यह त्याग पत्र मंजूर नहीं किए गए और दो जून को लोकसभा व विधान सभा के उपचुनाव सम्पन्न हुए और तीन जून को तीन विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए। काश यह इस्तीफे 30 अप्रैल से पूर्व स्वीकार कर लिए जाते तो यह तीनों उपचुनाव लोकसभा चुनाव के साथ सम्पन्न हो जाते परन्तु कांग्रेस की सरकार ने केवल अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए इन त्यागपत्रों को लटकाकर रखा। अब विचारणयी प्रश्न यह है कि यह तीन इस्तीफे स्वीकार हो गए और छह माह के भीतर-भीतर यह तीनों उपचुनाव होंगे और प्रत्येक चुनाव में कम से कम 10-12 करोड़ रुपये सरकारी खर्चा आएगा, अर्थात 35-36 करोड़ रुपये का बोझ हिमाचल के खजाने पर पड़ेगा।...////...