स्त्री को आसमान में विचरण करने के लिये खुद ही मुक्तिपथ चुनना है:गीता श्री
03-Aug-2024 12:16 AM 4037
नयी दिल्ली, 02 अगस्त (संवाददाता) लेखिका गीता श्री ने शुक्रवार को कहा कि स्त्री को खुद ही तय करना है कि उन्हें पिंजड़े में बंद रहना है या खुले आसमान में विचरण करने के लिये अपना मुक्तिपथ चुनना है। राजधानी में आयोजित 'शिव कुमार स्मृति पुरस्कार' कार्यक्रम में कथाकार सुधांशु गुप्ता को कहानी संग्रह 'तेरहवाँ महीना' और लेखिका गीता श्री को उपन्यास ‘कैद बाहर’ के लिये सम्मानित किया गया।...////...
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