26-Mar-2022 09:49 PM
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हुबली 26 मार्च (AGENCY) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि श्री सद्गुरु सिद्धेश्वर मठ के गुरू उनक्कल सिद्धप्पा ने धर्म के ढांचे से परे दर्शन को अपनाया तथा धर्म के सिद्धांत को रेखांकित किया।
श्री बोम्मई शनिवार को यहां उनक्कल में श्री सद्गुरु सिद्धेश्वर मठ की जात्रा जयंती के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उनक्कल सिद्धप्पा एक चमत्कारिक व्यक्ति हैं। हालांकि अपने समकालीनों के साथ, गुरुनाथ ने धर्म के नवलगुंडा के नागलिंगजजा, संत शिशु के शरीफ के एक विशेष दर्शन का प्रतिपादन किया।
उन्होंने कहा कि शिक्षार्थी के लिए वास्तविक दुनिया को देखना कठिन होता है। अतीत में एक सत्य युग था। कोई झूठ नहीं था। सिद्धप्पाजी ने चमत्कारों के माध्यम से भक्तों के लिए चमत्कार किया। इन सभी दार्शनिकों ने दर्शन को धर्म के ढांचे से परे बताया। उसने उन्हें जीवन के तथ्य बताए और उन्हें जीने का मार्ग दिखाया।
श्री बोम्मई ने कहा कि मनुष्य के रूप में जन्म लेना और मनुष्य के रूप में संसार का त्याग करना बहुत बड़ी बात है। सिद्धप्पाजी केवल एक इंसान नहीं थे। अगर वे रास्ते में दो कदम भी चलेंगे तो हमारा जीवन पूरा हो जाएगा। इस जात्रा पर्व का सही अर्थ ऐसी जागरूकता देना है। सिद्दप्पा का मेला एक संज्ञानात्मक मेला है। सिद्धप्पा के शिष्टाचार और दार्शनिक आदर्श हमें उन लोगों तक ले जाते हैं जो इसके बारे में जानते हैं और जो इसके बारे में जानते हैं।...////...