16-Mar-2022 10:25 PM
7637
जयपुर, 16 मार्च (AGENCY) राजस्थान के नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांती कुमार धारीवाल ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शहरों का चहुंमुखी विकास कराया जा रहा है और इसी कारण स्थानीय निकायों, न्यास, प्राधिकरणों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है। यह प्रगति अब और तेज गति से बढ़ेगी।
श्री धारीवाल विधानसभा में मांग संख्या 29 (नगर आयोजना एवं प्रादेशिक विकास) की अनुदान मांगों पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने नगर आयोजना एवं प्रादेशिक विकास की 63 अरब 77 करोड़ 95 लाख 23 हजार रूपये की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित कर दी।
इससे पहले श्री धारीवाल ने कहा कि सरकार कमजोर वर्ग को सस्ते आवास उपलब्ध कराने और विभागों को मजबूत करने के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार प्रदेश में ईको फ्रैंडली सिटी बनाने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021 में प्राधिकरणों, न्यासों, नगर निगमों, परिषदों, पालिकाओं द्वारा दो लाख 27 हजार 677 पट्टे जारी कर आमजन को लाभान्वित किया गया है। भवन निर्माण अनुज्ञा, नाम हस्तांतरण, उपविभाजन, पुनर्गठन, लीज आदि के कुल 10 लाख 62 हजार 790 आवेदनों का निस्तारण किया जा चुका है। राजस्थान आवासन मंडल द्वारा भी विभिन्न सेवाओं के 4707 आवेदनों का निस्तारण किया गया है। अभियान में कृषि भूमि की प्रीमियम दरों में छूट दी गई, आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, औद्योगिक एवं संस्थानिक की दरों में भी कमी की गई।
श्री धारीवाल ने बताया कि राजस्थान आवासन मंडल में दिसंबर 2018 में बैंक बैलेंस 238 करोड़ रूपये था। नई आय बंद थी। वहीं तीन साल में कुल 3750 करोड़ रूपये से अधिक राजस्व एकत्रित किया। आज बैंकों में लगभग 2500 करोड़ का बैंलेंस है। लगभग 500 करोड़ रूपये के विकास कार्यों और नई योजनाओं में खर्च किये जा रहे है। बिना बिके 20 हजार मकानों में से अब सिर्फ 5500 मकान ही शेष है।
श्री धारीवाल ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जयपुर का आधारभूत ढांचा व सौंदर्यकरण का काम अरबों रुपए खर्च कर कराया जा रहा है। जेडीए की आर्थिक स्थिति को सुदढ़ किया गया है। विकास के लगभग 750 की 10 नई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की स्वीकृति जारी कर मौके पर कार्य शुरू कर दिया गया है। वर्तमान सरकार के गठन के बाद कई शहरों के मास्टर प्लान के कार्य को प्राथमिकता से वर्ष 2021 में पूर्ण कर अनुमोदन किया गया। नई सोच के साथ मास्टर प्लान तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि खो-नागोरियान वन खंड के पास स्थित आमागढ़ व लालबेरी वन क्षेत्र को जेडीए एवं वन विभाग द्वारा विकसित किया जायेगा। नाहरगढ़ जैविक उद्यान में लगभग 30 हैैक्टेयर भूमि पर लॉयन सफारी की तर्ज पर टाइगर सफारी भी शुरू की जायेगी। जयपुर शहर के बीच वन खंड मुहाना की 244 हैक्टेयर भूमि पर जेडीए एवं वन विभाग द्वारा वेटलैंड डवलपमेंट एवं ईको टूरिज्म के संवर्धन के लिए कार्य योजना की क्रियान्विति की जायेगी। इससे 80 से अधिक प्रजातियों के प्रवासी और स्थानीय पक्षियों के लिए एक सुरक्षित एवं विकसित क्षेत्र उपलब्ध हो सकेगा। जयपुर में कर्पूर चंद कुलिश स्मृति वन की तर्ज पर बीड़ गोविंदपुरा कालवाड़ रोड और बीड़ गोनेर में वन क्षेत्र को विकसित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि आरयूआईडीपी के तहत वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पूर्व के मुकाबले 250 प्रतिशत अधिक प्रगति दर्ज करते हुए 1751 करोड़ खर्च किये गये है। उन्होंने सदन में प्रदेश में कराये गये विभिन्न विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जयपुर मेट्रो में बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर और सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक की परियोजना की डीपीआर तैयार हो चुकी है।...////...