15-Dec-2021 09:29 PM
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जयपुर, 15 दिसम्बर (AGENCY) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जनजातीय कलाओं, विलुप्त होती कलाओं, वाद्यों, शैलियों के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर बल दिया है।
श्री मिश्र आज यहां राजभवन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के अध्यक्ष के तौर पर परिषद के शाषी निकाय और कार्यकारी निकाय की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाओं और नामचीन कलाकारों के अनुभवों एवं योगदान के बारे में प्रलेखन को प्रोत्साहन देने के लिए केन्द्र को लेखक फैलोशिप योजना और कलाकार-लेखक यात्रा जैसे आयोजन शुरू करने चाहिए।
श्री मिश्र ने केन्द्र को अपने आयोजनों के व्यापक प्रचार-प्रसार और उसकी ब्राण्डिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक और प्रिन्ट मीडिया के साथ सहभागिता करने और सोशल मीडिया का अधिकाधिक प्रयोग कलाओं के प्रोत्साहन के लिए करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए भी कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नई कला प्रतिभाओं तथा उनकी कला को प्रोत्साहन देकर कलाकारों की नई खेप तैयार करने की दिशा में भी केन्द्र को पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कोविड-19 के दौर में भी पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र लोक कलाओं और संस्कृति के प्रोत्साहन के लिए द्वारा वर्चुअल माध्यम से बड़ी संख्या में कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की सराहना की। उन्होंने गोविन्द गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय के सहयोग से बेणेश्वर धाम के संत मावजी द्वारा रचित ग्रंथ का फोटो डॉक्यूमेंटेशन किए जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।...////...