प्रकृति के अनुरूप जीने को लेकर गांधी की सीख को आत्मसात करें देशवासी: कोविंद
14-Aug-2021 09:28 PM 3068
नयी दिल्ली, 14 अगस्त (AGENCY) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आधुनिक औद्योगिक सभ्यता को मानव जाति के सम्मुख चुनौतियों का एक प्रमुख कारक करार देते हुए प्रकृति के अनुरूप जीने की कला को लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सीख को आत्मसात करने की देशवासियों से अपील की है। श्री कोविंद ने 75वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को राष्ट्र के नाम सम्बोधन में कहा, “गांधीजी ने कहा था कि प्रकृति के अनुरूप जीने की कला सीखने के लिए प्रयास करना पड़ता है, लेकिन एक बार जब आप नदियों और पहाड़ों, पशुओं और पक्षियों के साथ संबंध बना लेते हैं, तो प्रकृति अपने रहस्यों को आप के सामने प्रकट कर देती है। आइए, हम संकल्प लें कि गांधी जी के इस संदेश को आत्मसात करेंगे और जिस भारत भूमि पर हम रहते हैं, उसके पर्यावरण के संरक्षण के लिए त्याग भी करेंगे।...////...
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