26-Jan-2023 08:45 PM
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जबलपुर, 26 जनवरी (संवाददाता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्चुअल रियलिटी लैब ज्ञान की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस नई तकनीक से युवा पीढ़ी के ज्ञान को नया विस्तार मिलेगा। साथ ही विद्यार्थियों को अध्ययन के अलग-अलग क्षेत्रों को क़रीब से जानने और समझने का अवसर मिलेगा।
श्री चौहान ने आज यहां गणतंत्र दिवस पर पं. लज्जाशंकर झा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मॉडल स्कूल में वर्चुअल रियलिटी लैब का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में ऐसी अत्याधुनिक लैब की संख्या बढ़ाने के लिए रूपरेखा तैयार करेगी। उन्होंने जबलपुर के तीन युवाओं द्वारा अपने स्टार्टअप के माध्यम से स्थापित मध्यप्रदेश की पहली वर्चुअल लैब की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री का लैब का उद्घाटन करने पर स्कूल के बच्चों ने तालियों से स्वागत किया। सांसद राकेश सिंह, राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीकि, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र जामदार, विधायक नंदिनी मरावी, विधायक अजय विश्नोई, विधायक सुशील तिवारी और पूर्व मंत्री अंचल सोनकर सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।
श्री चौहान ने बच्चों से सवाल करने का आग्रह किया। मॉडल स्कूल के कक्षा 11 वीं के छात्र ओम श्री पटेल ने प्रश्न किया कि राज्य सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी के लिये सुपर 100 योजना चला रही है, क्या इस योजना में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने इस प्रश्न के जवाब में कहा कि यह बिल्कुल उपयुक्त तथ्य है कि विद्यार्थियों की संख्या कम क्यों रहे। उन्होंने कहा कि आने वाले सेशन से यह योजना सुपर 500 की जायेगी। एक अन्य प्रश्न स्कूल की छात्रा सुष्मिता चतुर्वेदी ने किया।
मुख्यमंत्री से छात्रा सुष्मिता ने पूछा कि राज्य सरकार की महिलाओं और बालिकाओं के हित में संचालित योजनायें जिनमें लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और मेधावी विद्यार्थी योजना आदि हैं, इन्हें लागू करने का विचार आपके मन में कैसे आया। श्री चौहान इस प्रश्न का उत्तर देते वक़्त भावुक हो गए। उन्होंने छात्रा सुष्मिता को यह प्रश्न पूछने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि जब उनकी उम्र कम थी तभी से उन्हें यह बात बहुत चुभती थी कि समाज में बेटा-बेटी में भेद किया जाता है, लेकिन उस वक़्त वे कुछ कर नहीं सकते थे। बाद में जब 1990 में वे पहली बार विधायक चुन कर आये तो उन्होंने कुछ निर्धन कन्याओं का विवाह कराया। फिर सांसद बनने के बाद सिलसिला और विस्तारित हो गया।
श्री चौहान ने कहा कि जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रारूप तैयार कराया और इसे लागू किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का शुभारंभ किया, जिससे बेटी परिजन के लिए बोझ न बने और उसके प्रति समाज का नजरिया बदले। उन्होंने बताया कि इसके बाद बेटियों की निःशुल्क शिक्षा के लिए योजना बनाई गई, जो पहले स्कूल औऱ कॉलेज स्तर पर लागू की गई, लेकिन प्रदेश सरकार अब योजना से प्रोफेशनल डिग्री की पढ़ाई के लिए भी सहयोग कर रही है।
वर्चुअल रियलिटी लैब को बनाने वाले जबलपुर शहर के ही युवा निखिल भटनागर, ललित बर्मन और मयंक श्रीवास्तव हैं। इन तीनों ने स्पार्क वीआर टेक्नालॉजी के नाम से स्टार्टअप शुरू कर स्पार्क वीआर एप तैयार किया है। इस लैब से बच्चों को किताबी दुनिया से निकाल कर वास्तविक तरीके से (वर्चुअली) से विविध विषयों का अध्ययन कराया जाएगा।...////...