06-May-2024 08:10 PM
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रांची, 06 मई (संवाददाता) भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इंडी गठबंधन की रैली में हेमंत सोरेन को ऐसे पेश किया गया कि भ्रष्टाचार से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है।
श्री मरांडी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हेमंत सोरेन हो या उनकी पूरी सरकार, सभी भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। यह बार-बार कहते हैं कि आदिवासी होने के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है। परेशान किया जा रहा है। हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल में आदिवासियों के मान सम्मान को पूरी तरह से धूमिल करने का काम किया। आदिवासियों की पहचान है कि वे सहज और सरल होते हैं। गड़बड़ी से कहीं भी उनका कोई नाता नहीं होता है, लेकिन पिछले 4 वर्षों में सत्ता में रहकर हेमंत सोरेन ने छल कपट किया है, प्राकृतिक संसाधन या खनिज संपदा को लुटवाया है, खुद लूट में शामिल रहे हैं और उनके संरक्षण में बिचौलिया, दलाल और भ्रष्ट अफसर ने मिलकर लुटा है। कोयला, लोहा, बालू यहां तक की सेवा की जमीन को भी उन लोगों ने नहीं छोड़ा। आदिवासियों की जमीन का भी फर्जी कागजात बनाकर लूटा।
श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के यहां से 350 सौ करोड़ नोटों का पहाड़ पकड़ा गया था। उसको भी दुनिया ने देखा। यहां से मिले नोटों की गिनती 1 दिन में समाप्त नहीं हुई, कई दिनों तक चली। आदमी तो आदमी मशीन तक थक गए। ठीक से जांच होने पर पैसे में वर्तमान या पूर्व मुख्यमंत्री की संलिप्तता भी नजर आएगी।
झारखंड में भ्रष्ट अफसर, दलाल, बिचौला के ठिकानों पर भी 20 करोड़ रुपए के नोट मिले थे। आज भी आलमगीर आलम के पीएस के नौकर के यहां करोड़ों रुपए मिले हैं। इंडी गठबंधन के नेता राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि यह पैसा किसका है।
श्री मरांडी ने कहा कि मुख्य सचिव ने ग्रामीण विकास सचिव को पत्र लिखा था वह सारे पत्र नोटों का बंडल के साथ मिले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चपाई सोरेन उसे पत्र के आधार पर तुरंत एफआईआर कराएं। पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराएं। इसकी अनुशंसा करें। ऐसा न हो कि उनका बुढ़ापा भी जेल में कटे।...////...