30-Dec-2024 10:11 PM
7766
नयी दिल्ली 30 दिसंबर (संवाददाता) महाकुंभ 2025 में प्रत्येक आगंतुक की गणना होगी और इसके लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी - फेस आईडेंटीफिकेश, रिस्ट बैंड और मोबाइल ऐप का प्रयोग किया जाएगा।
उत्तरप्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना और आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री नीतिन अग्रवाल ने सोमवार को प्रयागराज में अगले महीने से शुरु होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर कहा कि मेला परिसर में सुरक्षा के लिए तगडे प्रबंध किये गये हैं। महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को सात स्तरीय बनाया गया गया है। इसके लिए पहला स्तर प्रयागराज जिले की सीमा से सटे सात जिलों में होगा। इनमें से एक जिला मध्यप्रदेश का है।
श्री खन्ना ने बताया कि महाकुंभ 2025 13 जनवरी से आरंभ होगा और 25 फरवरी को संपन्न होगा। इस दौरान लगभग 45 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गणना होगी। इसके लिए पहली बार विधि एट्रिब्यूट आधारित हैं। इसके अंतर्गत ‘पर्सन एट्रिब्यूट सर्च कैमरों’ के आधार पर ट्रेकिंग की जाएगी। दूसरी विधि आरएफआईडी रिस्ट बैंड है। इसके अंतर्गत तीर्थयात्रियों की ‘रिस्ट बैंड’ प्रदान किये जाएगें। इससे तीर्थ यात्री की आने और जाने का समय दर्ज हाेगा। तीसरी विधि मोबाइल ऐप की है जिसमें इसके आधार पर तीर्थ यात्रियों की ‘लोकेशन ट्रेस’ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व व्यवस्था होगी। प्रयागराज के आस पास के जिलों में जांच चाैकियां स्थापित की जा रही है। प्रयागराज जिले में जांच अभियान चलाया जाएगा। मेला के सीमा पर जांच होगी। मेले में प्रत्येक क्षेत्र और परिसर में भी जांच की जाएगी।
श्री खन्ना ने कहा कि मेले में स्वास्थ्य सेवा की उत्तम प्रबंध किया गया और सेना के चिकित्सक भी अपना सेवा देंगे। मेले में कई अस्पताल बनायें गये हैं तथा इनमें 291 ऐलोपैथिक चिकित्सक और विशेषज्ञ, 90 आयुर्वेद एवं यूनानी विशेषज्ञ अज्ञैर 192 स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गयी है। मेले में डेढ लाख से अधिक शौचालय बनायें गये हैं और 10 हजार से अधिक सफाई कर्मचारी तैनात किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेले में लगभग 10 हजार संस्थाओं को स्थान आवंटित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह मेला पूरी तरह से डिजिटल हाेगा और लोगों को 11 भाषाओं में सूचनायें उपलब्ध करायीं जाएगीं।...////...