मान ने पानी,पर्यावरण बचाने के लिए जनांदोलन का किया आह्वान
27-May-2022 11:21 PM 3939
सीचेवाल (जालंधर), 27 मई (AGENCY) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को राज्य में पानी और पर्यावरण बचाने के लिए एक जन आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने यहां संत अवतार सिंह की 34वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित एक समारोह में भाग लिया। उन्होंने राज्य में घटते भूजल स्तर और पर्यावरण को प्रदूषित करने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पंजाब के एकमात्र कीमती और दुर्लभ प्राकृतिक संसाधन जैसे पानी को बचाने और पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए तत्काल उपचारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है। श्री मान ने कहा कि यह केवल सरकार द्वारा नहीं किया जा सकता है, लेकिन विशेष रूप से ग्लोबल वार्मिंग के मद्देनजर इसके महत्व के बारे में जागरुक करने के लिए एक जोरदार जन जागरुकता अभियान शुरू करके लोगों की भागीदारी आवश्यक है। तेजी से घटते जल स्तर के बाद उभरती स्थिति की गंभीरता पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक ​​भूजल का सवाल है, राज्य के लगभग सभी ब्लॉक डार्क जोन में हैं। श्री मान ने कहा कि यह जानना वास्तव में दयनीय है कि दुबई और अन्य अरब देशों में तेल निकालने के लिए उपयोग की जाने वाली उच्च शक्ति वाली मोटरों का उपयोग राज्य में भूजल को बाहर निकालने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लापरवाह प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगाने की जरूरत है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को पानी के लिए प्रयास न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपनी ओर से भूजल पर दबाव कम करने के लिए राज्य में सतही जल का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। इसी तरह,उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने चावल की सीधी बुवाई (डीएसआर) को प्रोत्साहन दिया है क्योंकि इसके तहत राज्य के 20 लाख एकड़ में खेती होने की उम्मीद है, जिससे पानी की बचत होगी। श्री मान ने यह भी कहा कि एक अन्य नेक पहल में राज्य सरकार ने मूंग पर एमएसपी दिया है ताकि किसानों को गेहूं धान सर्कल से दूर किया जा सके और फसल विविधीकरण के माध्यम से पानी बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पानी बचाने और पंजाब को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा हरी झंडी दिखाने वाले एक मुद्दे पर श्री मान ने कहा कि वह गिद्दरपिंडी रेलवे ब्रिज से गाद निकालने का मामला रेल मंत्री के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पुल के नीचे गाद जमा होने से क्षेत्र में कम समय में बाढ़ आने से लोगों के जान-माल का नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री ने गुरबानी से 'पवन गुरु, पानी पिता, माता धरात महत' श्लोक का हवाला देते हुए कहा कि महान गुरुओं ने हवा (पवन) को शिक्षक, पानी (पानी) को पिता और भूमि (धरत) को माता के साथ समान किया है। उन्होंने कहा कि हमने इन तीनों को दूषित करके अपने महान गुरुओं को धोखा दिया है। श्री मान ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए अपने जीवन में गुरबानी की शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने संत अवतार सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पर्यावरण बचाने के लिए जागरुकता पैदा करने में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि संत अवतार सिंह जी एक महान धर्मगुरु और समाज सुधारक थे। श्री मान ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा प्रदान की गई अद्भुत सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि बाबा जी ने अपने समर्पण और प्रतिबद्धता के माध्यम से पर्यावरण को बचाने के लिए एक नई क्रांति की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल का जीवन आने वाले समय में हम सभी के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेगा। श्री मान ने संत सीचेवाल से इसी मिशनरी उत्साह के साथ इस महान कार्य को जारी रखने का आग्रह किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने निर्मल कुटिया में एक पौधा भी लगाया।...////...
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