23-Sep-2021 11:55 PM
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वाशिंगटन 23 सितंबर (AGENCY) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अमेरिका की पांच प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनियों से भेंट कर
भारत में किये गये सुधारों से अवगत कराया और उन्हें भारत में मिलने वाले आर्थिक अवसरों से रूबरू कराते हुये निवेश के लिए आमंत्रित किया।
श्री मोदी ने तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान गुरूवार को पहले दिन इन प्रमुख कंपनियों के प्रमुखों से एक एक कर भेंट की और सभी को उनके क्षेत्र में भारत में किये गये सुधार और निवेश के बारे में चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सबसे पहले क्वॉलकॉम के सीईओ क्रिस्टिआनो एमोन के साथ बैठक की जिसमें उन्होंने भारत में दूरसंचार और इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में क्वॉलकॉम के लिए अवसरों पर चर्चा की। श्री मोदी ने इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम डिजाइन एंड विनिर्माण के क्षेत्र में हाल में शुरू की गयी उत्पादकता लिंक्ड प्रोत्साहन स्कीम (पीएलआई) के बारे में भी श्री एमोन को बताया और देश में सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला के विकास पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार इस दौरान भारत में स्थानीय स्तर पर इन्नोविशन ईकोसिस्टम निर्माण पर भी चर्चा की गयी। श्री एमोन ने देश में 5 जी के साथ ही डिजिटल प्रौद्योगिकियों में भी भागीदारी की इच्छा जतायी।
प्रधानमंत्री ने जिन पांच बड़ी कंपनियों के सीईओ से बात की उनमें से दो के सीईओ भारतवंशी हैं। प्रधानमंत्री ने अमेरिका में जिन पांच बड़ी कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की, उनकी कुल नेटवर्थ 555.41 अरब डॉलर (41.03 लाख करोड़ रुपये) से ज्यादा मानी जाती है। इनमें सबसे बड़ी कंपनी एडोब है, जिसकी नेटवर्थ 305.51 अरब डॉलर बताई जाती है। क्वाॅलकॉम की नेटवर्थ 150.7 अरब डॉलर, ब्लैकस्टोन की नेटवर्थ 85.03 अरब डॉलर है। एडोब के सीईओ शांतनु नारायण भारतीय मूल के बिजनेस एग्जीक्यूटिव हैं। उनका जन्म भारत के हैदराबाद में हुआ। शांतनु ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई हैदराबाद में ओस्मानिया यूनिवर्सिटी से की। दूसरे भारतवंशी विवेक लाल ने 1 जून 2020 को जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉरपोरेशन के सीईओ की ज़िम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने बोइंग के डिफेंस एंड स्पेस ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभाली। लाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी काम किया।
प्रधानमंत्री ने एडोब के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शांतनु नारायण से भी चर्चा की। इस बैठक में श्री मोदी ने श्री नारायण के साथ एडोब की भारत के साथ भागीदारी और निवेश पर चर्चा की। इस दौरान डिजिटल इंडिया कार्यक्रम पर भी दोनों ने चर्चा की और स्वास्थ्य, शिक्षा और शोध एवं विकास के क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विचार विमर्श किया गया।
फर्स्ट सोलर के मुख्य कार्यकारी मार्क विडमार के साथ श्री मोदी ने भारत के नवीकरणीय एनर्जी के बारे में विशेषकर सोलर ऊर्जा की संभावनाओं पर चर्चा की और इस क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाये गये सुधारत्मक पहलों से उन्हें अवगत कराया। प्रधानमंत्री इस दौरान श्री विडमार को सोलर एनर्जी के भारत द्वारा उपयोग के लिए किये जा प्रयासों के साथ ही एक दुनिया एक सूर्य और एक ग्रिड के पहल पर विचार विमर्श करते हुये इस क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की।
रक्षा और विविध प्रकार की प्रौद्योगिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कार्पोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक लाल के साथ श्री मोदी ने बैठक। श्री मोदी ने श्री लाल के साथ बैठक को सार्थक बताया। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार श्री मोदी ने श्री लाल को भारत के उदार ड्रोन नीति से अवगत कराया और इसके लिए विनिर्माण के क्षेत्र में पीएलआई के बारे में भी बताया।
श्री लाल ने कहा कि भारत ड्रोन के विनिर्माण के लिए एक उपयुुक्त केन्द्र है। उन्हाेंने कहा कि भारत में एक डेडिकेटेड ड्रोन हब बनाया जा सकता है जिससे ड्रोन को लेकर पूरे ईकोसिस्टम को बनाने में मदद मिलेगी। श्री लाल ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत द्वारा किये गये सुधारों की सराहना की गयी।
इसके बाद श्री मोदी ने निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन के सह संस्थापक , अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीफन सवार्जमैन के साथ भी बैठक की और भारत में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसरों के बारे में उन्हें बताया। इस दौरान ब्लैकस्टोन के अध्यक्ष उनकी कंपनी के भारत में निवेश और भविष्य में निवेश के बारे में श्री मोदी को बताया।
श्री मोदी ने कहा कि ब्लैकस्टोन के लिए भारत में निवेश की अपार संभावनायें हैं। भारत में किये गये सुधारों से उन्हें अवगत कराते हुये प्रधानमंत्री ने संपदा मौद्रीकरण और बैड बैंक के बारे में भी चर्चा की।
ब्लैकस्टोन के अध्यक्ष ने कहा कि वह भारत की क्षमताओं को लेकर बहुत आशावान हैं क्योंकि भारत तीव्र गति से बढ़ने वाले देशों में से एक है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा उठाये सुधारात्मक पहलों की सराहना की।...////...