24-Apr-2022 09:06 PM
3814
श्रीनगर 24 अप्रैल (AGENCY) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को जम्मू कश्मीर से विवादास्पद सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (अफस्पा) को हटाने की अपनी मांग दोहराई।
माकपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरक्षा बलों को प्राप्त बेलगाम शक्तियों के कारण जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह बयान कि रक्षा बलों की तीनों शाखाएं उत्तर पूर्व और जम्मू कश्मीर से अफस्पा हटाने के पक्ष में हैं, यह दर्शाता है कि सरकार ने आखिरकार महसूस किया है कि कानून के परिणामस्वरूप कथित मानवाधिकारों का हनन हुआ है।
बयान में कहा गया है कि औपनिवेशिक युग का कानून, जिसका आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं है, सुरक्षा बलों के बीच दण्ड से मुक्ति के शासन को बढ़ावा देता है। कश्मीर में 1990 में कठोर कानून लागू होने के बाद से घोर मानवाधिकारों के हनन की स्थिति है। माकपा ने हमेशा जम्मू कश्मीर और पूर्वाेत्तर दोनों से कानून को निरस्त करने का आह्वान किया है। विवादास्पद कानून के खिलाफ पार्टी विभिन्न मंचों पर आवाज उठाती रही है।...////...