28-Nov-2024 10:45 PM
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जम्मू, 28 नवंबर (संवाददाता) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान से सक्रिय सात फरार आतंकवादियों की संपत्तियां जब्त कर ली।
पुलिस की यह निर्णायक कार्रवाई आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है और आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जावेद इकबाल मीर ने कहा कि इन संपत्तियों की कुर्की जांच और खुफिया सूचनाओं के पुख्ता होने के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ पुलिस थाने में संबंधित धाराओं के तहत दर्ज एक प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में कार्रवाई के लिए आधार तैयार किया गया था, उन्होंने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक और मुख्य जांच अधिकारी विशाल शर्मा के नेतृत्व में जांच की रिपोर्ट राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत, डोडा के समक्ष पेश की गई।
इससे पहले, डोडा की एनआईए अदालत ने पीओके और पाकिस्तान से सक्रिय किश्तवाड़ के 36 आतंकवादियों को भगोड़ा घोषित किया था। इनमें से सात आतंकवादियों की संपत्तियों को कानूनी कार्यवाही के तहत कुर्क करने के लिए चिह्नित किया गया था। साक्ष्यों की समीक्षा के बाद, एसएसपी ने कहा कि न्यायाधीश एनआईए विशेष अदालत, डोडा सुदेश शर्मा ने कुर्की के आदेश जारी किए और उसी के बाद, कार्यकारी मजिस्ट्रेटों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों की विशेष टीम का गठन आदेशों को निष्पादित करने के लिए किया गया। कुर्क की गई संपत्तियों को आम जनता को सूचित करने के लिए साइनबोर्ड के साथ चिह्नित किया गया है और जिन लोगों की संपत्तियां कुर्क की गई हैं, उनमें शाहनवाज अहमद निवासी चिरूल पड्यारना, बशीर अहमद मुगल निवासी जुगना केशवान, गाजी-उद-दीन निवासी जुगना बलना केशवान, सत्तार दीन निवासी जुगना केशवान, इम्तियाज अहमद निवासी बंदेरना, किश्तवाड़, मुजफ्फर अहमद निवासी सेमना कॉलोनी ज़ेवर, किश्तवाड़ और जाविद हुसैन गिरी निवासी कुंडली पोचल शामिल हैं।
जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने बताया कि 29 और फरार आतंकियों की संपत्तियों की पहचान की गई है। उन्होंने बताया कि उनकी कुर्की की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही पूरी हो जाएगी, जिससे आतंकी गुर्गों पर शिकंजा और कसा जाएगा।
एडीजीपी जम्मू ने पुष्टि की कि इस तरह की कार्रवाई आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के उद्देश्य से एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है, यह सुनिश्चित करते हुए कि किसी भी संपत्ति का इस्तेमाल राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को वित्तपोषित या समर्थन करने के लिए नहीं किया जाता है।
शीर्ष पुलिस अधिकारी ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।...////...