03-Sep-2021 03:15 PM
5380
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में अभी पर्याप्त बरसात नहीं हुई है, इससे किसानों को सूखे की चिंता सताने लगी है। मौसम विभाग की माने तो अभी बरसात का सिलसिला रुका नहीं है, प्रदेश में रुक-रुक कर बौछारें पडने का दौर जारी रहेगा। इसकी वजह अरब साग र से लगातार नमी का आते रहना है। यूं तो प्रदेश में वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है, लेकिन गुजरात में सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। मानसून ट्रफ गुना से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, सागर, जबलपुर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में बारिश होने की संभावना है। उधर, बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम के छह सितंबर को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके असर से पांच सितंबर से एक बार फिर बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात के कारण अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से मप्र में बौछारें पड़ रही हैं। यह सिलसिला अभी दो दिन तक बना रह सकता है। उधर छह सितंबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम के असर से पांच सितंबर से प्रदेश में एक बार फिर बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सागर में सात, खरगोन में सात, बैतूल में छह, पचमढ़ी में तीन, सतना में दो, भोपाल (शहर) में 1.1 मिलीमीटर बारिश हुई। गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह भी सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा।
weather..///..intermittent-showers-will-continue-in-mp-moisture-is-continuously-coming-from-arabian-sea-315046