इंदौर के पर्यटक की हत्या के पीछे के तथ्यों का पता लगाएगी मेघालय पुलिस
09-Jun-2025 11:52 PM 5549
शिलांग 09 जून (संवाददाता) मेघालय पुलिस मध्य प्रदेश के इंदौर से यहां आये पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या के चार आरोपियों की गिरफ्तारी और उसके बाद उसकी पत्नी सोनम के आत्मसमर्पण के बाद अब इस निर्मम हत्या के पीछे के तथ्यों को उजागर करने के लिए कड़ियों को जोड़ेगी। राजा की हनीमून यात्रा के दौरान हुई हत्या के मामले में मेघालय पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से कुल चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। सोनम को गिरफ्तार करने के लिए यहां की एक और पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जा रही है। सोनम रविवार को गाजीपुर जिले के नानगंज पुलिस स्टेशन में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करने के बाद अभी वन स्टॉप सेंटर में है। पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा, “हमें नहीं पता कि राजा की हत्या के पीछे क्या मकसद था। सभी आरोपियों को राज्य में लाकर उनसे पूछताछ करने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। जांच से हत्या के सही मकसद या मामले में और लोगों के शामिल होने के बारे में भी पता चलेगा।” उन्होंने कहा कि चारों आरोपियों - उत्तर प्रदेश के ललितपुर इलाके के आकाश राजपूत (19), मध्य प्रदेश के इंदौर के विशाल सिंह चौहान (22) और राज सिंह कुशवाह (21) और मध्य प्रदेश के सागर जिले के आनंद कुर्मी - की गिरफ्तारी मेघालय पुलिस द्वारा जुटाए गए पर्याप्त सबूतों के आधार पर की गई है। एसआईटी ने पिछले एक हफ्ते में आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाए थे। एसआईटी पुख्ता सबूतों के साथ वहां गई थी और उन्हें पता था कि अपराधी कौन हैं। राजा की हत्या की प्रारंभिक जांच को पूर्व नियोजित बताते हुए श्री सिम ने कहा, “यदि हम बिंदुओं को जोड़ते हैं, तो प्रारंभिक जांच से पता चलेगा कि इस तरह से पूरा मकसद और अपराध उजागर हुआ। क्योंकि जब हमने बिंदुओं को जोड़ा था, तो यह राज कुशवाह और सोनम को केंद्र में रखता है, और जब वे यहां आएंगे, तो इसकी पुष्टि हो जाएगी। इस समय, मैं यह नहीं कह पाऊंगा कि वास्तव में मकसद क्या है, लेकिन यह उसी ओर इशारा करता है।” उन्होंने कहा कि आकाश, विशाल और आनंद, वही लोग थे जिन्हें नोंग्रियाट गांव से लौटते समय एक स्थानीय टूर गाइड ने देखा था, 23 मई को उनकी हत्या कर दी गई और उसी दिन वे मेघालय से चले गए। "उस समय, हमें नहीं पता था कि यह हत्या थी। हम उन्हें खोए हुए पर्यटकों के रूप में ढूंढ रहे थे। यह अभी भी एक गुमशुदगी की रिपोर्ट थी। कोई शव नहीं मिला था। गत दो जून को ही एक शव मिला था, और तब एक एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। उन्होंने बताया कि उत्तर पूर्व इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एनईआईजीआरआईएचएमएस) में किए गए पोस्टमार्टम से पता चला है कि राजा के सिर पर दो तेज घाव थे, एक सामने से और दूसरा पीछे से। इस बीच गृह विभाग के प्रभारी उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसॉन्ग ने मेघालय पुलिस की एसआईटी की सराहना की और कहा कि इस टीम द्वारा राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय डोरबार, वेस्ट जैंतिया हिल्स मॉनिटरिंग क्लब, जिला संघों और मीडिया के सहयोग से चौबीसों घंटे किए गए प्रयासों से यह सफलता मिली। उन्होंने कहा कि ये गिरफ्तारियां राजा रघुवंशी की दुखद मौत और उसके बाद उनकी पत्नी के लापता होने की परिस्थितियों को उजागर करने में एक निर्णायक विकास को दर्शाती हैं। श्री तिनसॉन्ग ने बताया कि मामले की अभी भी जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “न्याय की प्रक्रिया को अपना काम करने दें। जल्द ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। जब लोग कहते हैं कि मेघालय अपराधियों का गढ़ है, तो हमें दुख होता है। हमारा पुलिस बल देश में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। हमने सेना की आवश्यकता के बिना अपने दम पर उग्रवाद से निपटा है। यह वही पुलिस बल है जिसने इस जटिल मामले को केवल सात दिनों में सुलझाया।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - Khabar Baaz | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^