हिमाचल की विकास जरूरतों के प्रति सदैव संवेदनशील रहे मोदी: ठाकुर
22-Apr-2022 10:39 PM 7416
शिमला, 22 अप्रैल (AGENCY) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि यह राज्य के लोगों का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं और राज्य की विकास आवश्यकताओं के प्रति हमेशा संवेदनशील रहते हैं। कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राष्ट्रीय नेतृत्व ने सुनिश्चित किया कि देश में कोई भी व्यक्ति भोजन, मास्क, सैनिटाइजर और अन्य आवश्यक चीजों से वंचित न रहे। प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी महामारी के दौरान जरूरतमंदों को 50 लाख से अधिक मास्क प्रदान कर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इतिहास सदैव स्मरण करेगा कि महामारी के संकट काल में किसने देश को इस परीक्षा की घड़ी में सफलतापूर्वक बाहर निकाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से ही देश स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने और दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान आरम्भ करने में सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। प्रदेश पात्र आयु वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण के मामले में भी देश में प्रथम स्थान पर रहा है। श्री जयराम ठाकुर ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों की विकासोन्मुखी नीतियों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के कारण ही भाजपा देश के उन पांच राज्यों में से चार राज्यों में फिर से सरकार बनाने में सफल रही, जहां हाल ही में चुनाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस जीत के बाद कांग्रेस नेता इन चार राज्यों में मिली करारी हार के बाद निद्रा में चले गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर व्यय किए गए 400 करोड़ रुपये की तुलना में वर्तमान राज्य सरकार इस पर 1300 करोड़ रुपये से अधिक व्यय कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली मुफ्त और राज्य की महिलाओं को एचआरटीसी बसों में यात्रा पर बस किराए में 50 प्रतिशत की छूट देने का भी निर्णय लिया है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू जल उपभोक्ताओं को निःशुल्क पानी उपलब्ध करवाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 207 करोड़ रुपये लागत से निर्मित धर्मशाला रोपवे से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी काफी सुविधा प्राप्त हो रही है और धर्मशाला में 100 करोड़ रुपये की लागत से कन्वेंशन सेंटर भी बनाया जाएगा। चामुंडा मंदिर के जीर्णोद्धार और रख-रखाव पर 10.50 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं।...////...
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