28-Jul-2023 11:33 PM
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शिलांग 28 जुलाई (संवाददाता) मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने शुक्रवार को कहा कि 24 जुलाई को मिनी सचिवालय कहे जाने वाले मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) पर तुरा भीड़ के हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कोई भी गिरफ्तारी और कार्रवाई साक्ष्य पर आधारित होगी।
श्री संगमा ने हालांकि अपने खिलाफ किए गए हमले को राजनीतिक रंग देने से परहेज किया, उन पर यह हमला उस समय किया गया जब वह तुरा में ‘शीतकालीन राजधानी’ की मांग और नौकरी आरक्षण की रोस्टर प्रणाली को पूर्वव्यापी तरीके से लागू करने की मांग पर नागरिक समाज समूहों तथा अन्य हितधारकों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जो भी गिरफ्तार किया जाएगा वह पूरी तरह से सबूतों के आधार पर होगा। जो हुआ वह सही नहीं था। मैं वहां सकारात्मक इरादे से गया था। मैंने उनसे बात करने और आगे का रास्ता खोजने के लिए वहां जाने का फैसला किया।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक समाज समूह आश्वस्त थे कि हमले में शामिल लोगों में से कोई भी उनके संगठन से नहीं था। उन्होंने कहा, “सभी बयानों से, वहां बाहरी एजेंसियां मौजूद थीं जो वहां के समूहों से जुड़ी नहीं थीं। ये नारे लगाने वाले राजनीतिक दलों के थे। यदि सबूत के आधार पर कोई व्यक्ति उकसाने में शामिल था, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
श्री संगमा ने कहा कि उन्होंने पुलिस को न्यूनतम बल प्रयोग करने और अत्यधिक बल के बिना भीड़ को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा,“हमारे पास खुफिया जानकारी थी कि भीड़ थी, लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि वे उस हद तक जाएंगे और मुख्यमंत्री पर हमला करेंगे। हमें कुछ आक्रामकता की उम्मीद थी और हम उनसे बात करने में सक्षम होंगे।”
उन्होंने कहा कि पुलिस पर कैसे हमला किया गया और यहां तक कि घायल कर्मियों को ले जा रही एम्बुलेंस को भी नहीं बख्शा गया। इस पर स्पष्ट रूप से दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “जो कुछ हुआ वह अभूतपूर्व था। पुलिस जांच कर रही है, दोषियों को पकड़ रही है और उनके हमले के उद्देश्य का पता लगा रही है।”
गौरतलब है कि हिंसा के सिलसिले में अब तक करीब 40 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पथराव के कारण कई लोग घायल हो गए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।...////...