26-Nov-2023 07:57 PM
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नयी दिल्ली, 26 नवंबर (संवाददाता) पशुपालन क्षेत्र के बारे में सरकार की ओर से रविवार को जारी अनुमानों के अनुसार देश में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दुग्ध उत्पादन करीब चार प्रतिशत बढ़ कर करीब 23.06 करोड़ टन रहा।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने गुवाहाटी में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस कार्यक्रम के दौरान पशुपालन क्षेत्र के संबंध में 2022-23 के बुनियादी आंकड़े जारी किए। इनके अनुसार पांच वर्षों में दूध उत्पादन के वार्षिक स्तर में 22.81 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दौरान अंडा और मांस के उत्पादन में भी बढ़ोतरी हुई है पर देश में ऊन का उत्पादन लगातार गिर रहा है।
पशुधन पर एकीकृत नमूना सर्वेक्षण (मार्च 2022-फरवरी 2023) पर आधारित पशुपालन करोबार के बुनियादी पशुपालन आंकड़ों के अनुसार ऊन उत्पादन का उत्पादन 2022-23 के दौरान 336.1 लाख किलोग्राम अनुमानित है जो पांच साल पहले की तुलना में करीब 17 प्रतिशत कम है। देश में ऊन उत्पादन में करीब आधा हिस्सा राजस्थान का है।
वर्ष 2018-19 में दूध उत्पादन 18.8 करोड़ टन था। वर्ष 2021-22 के मुकाबले 2022-23 के दौरान दूध उत्पादन 3.83 प्रतिशत ऊंचा रहा।
मंत्री ने बताया कि वर्ष 2022-23 के दौरान सबसे अधिक दुग्ध उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश था, जिसकी उत्पादन में हिस्सेदारी 15.72 प्रतिशत रही।
बर्ष के दौरान अंडा उत्पादन 138.38 अरब होने का अनुमान है जो 5 वर्ष पहले से ृ33.31 प्रतिशत ऊंचा है। अंडा उत्पादन में 20.13 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ प्रमुख योगदान आंध्र प्रदेश का रहा
श्री रूपाला ने बताया कि 2022-23 के दौरान देश में मांस उत्पादन 97.7 लाख टन होने का अनुमान है
भारत में दूध, अंडा, मांस और ऊन के उत्पादन का अनुमान वार्षिक एकीकृत नमूना सर्वेक्षण (आईएसएस) के परिणामों के आधार पर लगाया जाता है, जो देश भर में तीन मौसमों -गर्मी (मार्च-जून), बरसात (जुलाई-अक्टूबर) और सर्दी (नवंबर-फरवरी) में आयोजित किया जाता है।
समीक्षाधीन वर्ष में कुल दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान (14.44 प्रतिशत), मध्य प्रदेश (8.73 प्रतिशत), गुजरात (7.49 प्रतिशत) और आंध्र प्रदेश ( 6.70 प्रतिशत) का स्थान रहा। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि दर कर्नाटक (8.76 प्रतिशत) में दर्ज की गयी। इसके बाद पश्चिम बंगाल (8.65 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (6.99 प्रतिशत) का स्थान रहा।
देश में 2022-23 में कुल 138.38 अरब अंडा उत्पादन में वर्ष 2018-19 के 103.80 अरब अंडों के उत्पादन की तुलना में33.31 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा, वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 के दौरान उत्पादन में 6.77 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई ।
श्री रूपाला ने बताया कि कुल अंडा उत्पादन में आंध्र प्रदेश के बाद तमिलनाडु (15.58 प्रतिशत), तेलंगाना (12.77 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (9.94 प्रतिशत) और कर्नाटक (6.51 प्रतिशत) का स्थान है। वार्षिक वृद्धि दर (एजीआर) के संदर्भ में पश्चिम बंगाल में (20.10 प्रतिशत) सबसे ऊपर रहा। उसके बाद सिक्किम (18.93 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (12.80 प्रतिशत) का स्थान रहा।
मांस उत्पादन वर्ष 2018-19 में 81.1 लाख टन की तुलना में पिछले वित्त वर्ष में 97.7 लाख टन होने का अनुमान है जो 20.39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज दर्शाता है। इसमें 2022-23 में इससे पिछले वर्ष से 5.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कुल मांस उत्पादन में 12.20 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ उत्तर प्रदेश प्रथम रहा। उसके बाद पश्चिम बंगाल (11.93 प्रतिशत), महाराष्ट्र (11.50 प्रतिशत), आंध्र प्रदेश (11.20 प्रतिशत) और तेलंगाना (11.06 प्रतिशत) का स्थान है।
ऊन उत्पादन का उत्पादन 2022-23 के दौरान 336.1 लाख किलोग्राम अनुमानित है जो 2018-19 के दौरान अनुमानित 404.2 लाख किलोग्राम था। इस तरह ऊन के उत्पादन में 5 वर्षों में 16.84 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालाँकि, वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 में उत्पादन 2.12 प्रतिशत बढ़ गया है।
श्री रूपाला ने बताया कि कुल ऊन उत्पादन में 47.98 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ राजस्थान का प्रमुख योगदान है, इसके बाद जम्मू-कश्मीर (22.55 प्रतिशत), गुजरात (6.01 प्रतिशत), महाराष्ट्र (4.73 प्रतिशत) और हिमाचल प्रदेश (4.27 प्रतिशत) का स्थान है।...////...