‘दिमाग को शांत रखो, पैरों को बोलने दो’
04-Sep-2023 09:02 PM 2257
थिम्पू (भूटान), 04 सितंबर (संवाददाता) हिन्दी भाषा में व्यवस्था और अव्यवस्था एक दूसरे के विपरीत होते हैं, लेकिन एक फुटबॉल टीम बनाने के लिये दोनों की ही ज़रूरत है। खासकर वह टीम, जो एक टूर्नामेंट के बीचोंबीच हो। भारतीय अंडर-16 पुरुष फुटबॉल टीम ने जब बंगलादेश के खिलाफ अपना सैफ चैंपियनशिप अभियान शुरू किया तो उसने पहली बार अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल के उतार-चढ़ाव को अनुभव किया। बंगलादेश को 1-0 से हराने में जब भारतीय युवाओं का पसीना छूट गया तो उन्होंने भूटान की राजधानी थिम्पू में खुद को आराम पहुंचाने के लिये हर संभव चीज़ों का उपयोग शुरू किया। अगले मैच में बुधवार को नेपाल से भिड़ने से पूर्व भारतीय टीम ने जो काम सबसे पहले किया वह था वांग छू नदी में डुबकी लगाना।...////...
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