आईईवीपी के प्रतिनिधियों ने की भारत की चुनाव प्रक्रिया की प्रशंसा
09-May-2024 11:26 PM 1754
नयी दिल्ली 09 मई (संवाददाता) अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के प्रतिनिधि लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता और उनके अटूट विश्वास से प्रभावित हुए और चुनावों में ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन सहित अन्य चुनावी प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की। आम चुनाव 2024 में प्रत्यक्ष रूप से मतदान प्रक्रिया को देखकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। कुछ प्रतिनिधियों ने जहां चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की सराहना की वहीं अन्य प्रतिनिधियों ने निर्वाचन आयोग की हरित मतदान केंद्र जैसी पहलों को प्रेरणादायक करार दिया। इन प्रतिनिधियों ने चुनावों में ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन सहित दूसरी चुनावी प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की और लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता और उनके अटूट विश्वास से प्रभावित हुए हैं। भारत दौरे पर आए विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी तथा सुलभ है और यहां चुनाव उत्सव के रूप में होता है। आईईवीपी के भाग के रूप में भारत आए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव के तीसरे चरण को प्रत्यक्ष रूप से देखने के बाद आए थे। उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण में 11 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सम्पन्न हुआ था। इन प्रतिनिधियों ने 6 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों में तैयारी कार्य सहित मतदान का अवलोकन किया। कंबोडिया, ट्यूनीशिया, मोल्दोवा, सेशेल्स और नेपाल के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक में बेलगाम संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और मतदान केंद्र के अंदर अधिकारियों तथा पीठासीन अधिकारियों से बातचीत की। मॉक पोल का अवलोकन किया, कमांड कंट्रोल सेंटर और मीडिया निगरानी केन्द्रों का दौरा किया। इन प्रतिनिधियों ने मॉक पोल, मतदान केंद्र के अंदर उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति तथा भागीदारी द्वारा दर्शायी गई पारदर्शिता की सराहना की। वहीं, भूटान तथा मंगोलिया के प्रतिनिधियों और इज़राइल की एक मीडिया टीम ने गोवा में दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान और संबंधित व्यवस्थाएं देखी। वे भी मॉक पोल में शामिल हुए और उन्हें कमांड कंट्रोल सेंटर, मीडिया निगरानी केंद्रों, प्रेषण केंद्र आदि से अवगत कराया गया। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और भूटान तथा मंगोलिया के चुनाव अधिकारियों ने चुनाव के संचालन में मतदान केंद्र के अंदर राजनीतिक दलों, मीडिया, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को शामिल करने में पारदर्शिता की सराहना की। विदेश से आए इन प्रतिनिधियों ने दिव्यांग के लिए तैयार किए गए मतदान केंद्रों और पिंक मतदान की प्रशंसा की। मध्य प्रदेश गए 11 सदस्यीय टीम में श्रीलंका और फिलीपींस के प्रतिनिधि शामिल रहे। इन प्रतिनिधियों ने भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया और लोक सभा चुनाव की चुनावी प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा। इन्होंने मतदाताओं से बातचीत कर उनमें उत्साह और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों की भागीदारी की सक्रियता देखी। इस दौरान मिले अपने अनुभवों को साझा करते हुए इन प्रतिनिधियों ने भारत में देखे गए जीवंत लोकतंत्र की खुलकर प्रशंसा की। वे विशेष रूप से अटूट विश्वास और लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता से प्रभावित थे। वहीं, चिली, जॉर्जिया, मालदीव, नामीबिया, पापुआ न्यू गिनी और उज़्बेकिस्तान से आए प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में गत सात मई को फ़तेहपुर सीकरी और आगरा संसदीय क्षेत्र में मतदान को देखा। विदेशों से आए गणमान्य व्यक्तियों को इन दोनों संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले ताज महल और फ़तेहपुर सीकरी के अद्भुत वास्तुशिल्प को दिखाया गया। उन्हें मतदान दिवस और मतदान दिवस से एक दिन पहले चुनाव संबंधी विभिन्न व्यवस्थाओं/गतिविधियों से अवगत कराया गया। दौरे पर आए इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी और सुलभ थी। फिजी, ऑस्ट्रेलिया, रूस, मेडागास्कर, किर्गिज़ गणराज्य के प्रतिनिधियों ने अहमदाबाद में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से पूर्व की व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया देखी। प्रतिनिधिमंडल डबल लॉक सिस्टम वाले स्ट्रांग रूम और ईवीएम की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती से प्रभावित हुआ। अहमदाबाद पूर्वी संसदीय क्षेत्र के साणंद विधानसभा क्षेत्र में महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों की भी सराहना की गई। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी भागीदारी बढ़ती है। बुजुर्ग मतदाताओं की मदद के लिए स्वयंसेवकों के साथ-साथ सभी स्थानों पर रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा की भी काफी सराहना की गई। दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल बैलेट पेपर की अवधारणा को भी दृष्टिबाधित लोगों की मदद के लिए एक अच्छी पहल के रूप में पसंद किया गया। बंगलादेश, श्रीलंका, कजाकिस्तान और जिम्बाब्वे के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और चुनाव पूर्व व्यवस्था, मतदान दलों के फैलाव और अन्य लाजिस्टिक्स को नजदीक से देखा। इन प्रतिनिधियों ने भारतीय चुनावों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जिला चुनाव अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, पीठासीन अधिकारियों और चुनाव संबंधित अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की। ये प्रतिनिधि मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता उपायों से प्रभावित हुए।...////...
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